लेख राष्ट्रवाद और अंतर्राष्ट्रीयवाद परस्पर अनन्य या विरोधी:जितेन्द्र कुमार जितेन्द्र कुमार दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र होने के साथ ही अभी जनसत्ता में कार्यरत हैं।उन्होंने इस लेख में राष्ट्रवाद के साथ अंतर्राष्ट्रीयवाद और पढ़ें
NET/JRF हिंदी नाटक मुख्य अंश आषाढ़ का एक दिन-मोहन राकेश:मुख्य बिंदु महत्वपूर्ण बिंदु- प्रकाशन-1958 अंक-3 पात्र- मल्लिका,अम्बिका,कालिदास,दंतुल,मातुल,विलोम,निक्षेप,प्रियंगुमंजरी,रंगिणि,संगीनी,अनुस्वार,अनुनासिक। और पढ़ें
मैथिली कविताएँ कृष्णकांत मंडल की मैथिली कविताएँ नथिया सोना के निपता भ’गेलय ओकरठोरक मुसकी ठामे गाछक कीन्हेरी मेंजखन टूट गेलय ओकर नाक’क नथियाहमरा स’ प्रेमक घेटा जोड़ी में दराही और पढ़ें
हिंदी साहित्य का इतिहास उत्तर मध्यकाल (संवत् 1700-1900)-रीतिकाल के 22 प्रमुख कवि- मुख्य अंश यहाँ आचार्य रामचंद्र शुक्ल के हिंदी साहित्य के इतिहास में रीतिकाल में शामिल 22 प्रमुख कवियों का उल्लेख किया गया है।नेट परीक्षा को ध्यान में रखकर और पढ़ें
NET/JRF हिंदी नाटक मुख्य अंश अंधा युग-धर्मवीर भारती: मुख्य अंश अंधा युग के कुछ मुख्य अंश यहाँ मौजूद है।जिसकी रचना धर्मवीर भारती ने की थी।महाभारतकालीन पात्रों के माध्यम से आधुनिक समय की समस्याओं को उठाया गया है है।और पढ़ें
लेख समलैंगिकता:चाहत से त्याग तक का सफर: पुनित कुमार दिल और दिमाग के मध्य दिल और दिमाग के बीच ऐसा क्या होता है,जिसके कारण हम ठहर जाते हैं…क्या यह एक संघर्ष है,या फिर इसे प्रतिद्वंदिता की संज्ञा दी और पढ़ें
NET/JRF हिंदी नाटक मुख्य अंश एक और द्रोणाचार्य : शंकर शेष : मुख्य अंश शंकर शेष द्वारा रचित एक और द्रोणाचार्य के महत्वपूर्ण अंशों को एकत्र करने का प्रयास किया है।और पढ़ें
लेख मैं लिख रहीं हूँ काली स्याही से कि मुझें ज़माना भी कोरा नसीब नहीं हुआ:ममता “मेरा नाम सआदत हसन मंटो है।औऱ मैं एक ऐसी जगह पैदा हुआ थाजो अब हिंदुस्तान में है।मेरी माँ वहाँ दफ़न हैमेरा पहला बच्चा भीजो अब मेरा वतन नहीं और पढ़ें
लेख लिंग-परिवर्तन और भारतीय समाज:सोनम कुमारी लिंग-परिवर्तन जानने से पहले हमें ‘सेक्स’ और ‘जेंडर’ विभेद जानना जरूरी है।सेक्स प्रकृति प्रदत्त होता है और जेंडर समाज व और पढ़ें
NET/JRF हिंदी नाटक मुख्य अंश बकरी:सर्वेश्वर दयाल सक्सेना:मुख्य अंश बकरी:सर्वेश्वर दयाल सक्सेना महत्वपूर्ण बिंदु:-1.प्रकाशन-19742.अंक-23.प्रत्येक अंक में-3-3 दृश्य4.पात्र और पढ़ें