हिंदी की विभिन्न विधाओं के मुख्य अंश मानस का हंस-अमृतलाल नागर। प्रमुख बिंदु 1.)”घर,गाँव,जन्मभूमि ,यह शब्द बाबा के मन में तीन फांसों से चुभे, व्यंग फूटा,हँसी आई,कहा-“घर घरैतिन के साथ गया।गाँव तुम्हारे नाम से और पढ़ें