NET/JRF प्रमुख ग्रन्थों/ रचनाओं के सम्पादक (आदिकाल/भक्तिकाल/रीतिकाल) आदिकाल :- दोहाकोश (सरहपा) – राहुल सांकृत्यायन (पटना, 1957) दोहाकोष – प्रबोधचंद्र बागची (कोलकाता, 1938) द चर्यापद – अतीन्द्र और पढ़ें
NET/JRF उत्तर छायावादी/ व्यक्तिवादी/ हालावादी/ धारा के सम्बन्ध में विद्वानों के कथन :- उत्तर छायावादी/ व्यक्तिवादी/ हालावादी/ धारा के सम्बन्ध में विद्वानों के कथन :- वैयक्तिक कविता छायावाद की अनुजा और प्रगतिवाद की अग्रजा है।- और पढ़ें
NET/JRF कामायनी के संबंध में विभिन्न विद्वानों के मत यहाँ "कामायनी" जो जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित कृति है। जिसका प्रकाशन 1935 में हुआ था, उसके विषय में विभिन्न विद्वानों के क्या मत थे। वह मौजूद है।और पढ़ें
NET/JRF भक्तिकाल के विभिन्न सम्प्रदाय एवं मत सम्प्रदाय एवं मत :- श्री सम्प्रदाय – रामनुजनाचार्य – विशिष्टाद्वैतवाद ब्रम्ह सम्प्रदाय – मध्वाचार्य – द्वैतवाद रुद्र और पढ़ें
युवा रचनाकारों की कविताएँ रेड लाइट एरिया : रश्मि सिंह की कविता रश्मि सिंह 'महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय बिहार' में शोधार्थी हैं। समाज को देखने का उनका अपना नजरिया है। वे मानती हैं कि - 'आरोपित और पढ़ें
हिंदी साहित्य का इतिहास हिंदी साहित्य का इतिहास : आचार्य रामचंद्र शुक्ल की पुस्तक में उल्लेखित सभी पुस्तक एवं रचनाकार का नाम (प्रथम संस्करण का वक्तव्य) ●ग्रियर्सन – मॉडर्न वर्नाक्यूलर लिटरेचर ऑफ नॉर्दर्न हिंदुस्तान●मिश्रबन्धु- मिश्रबन्धु विनोद◆शुक्ल जी के और पढ़ें
हिंदी की विभिन्न विधाओं के मुख्य अंश कबिरा खड़ा बज़ार में – भीष्म साहनी : मुख्य अंश ●भीष्म साहनी (1915-2003)●भीष्म साहनी की प्रकाशित पुस्तकों के नाम : भाग्यरेखा, पहला पाठ, भटकती राख, पटरियाँ, वाङ्चू, शोभायात्रा, निशाचर, पाली, और पढ़ें
हिंदी की विभिन्न विधाओं के मुख्य अंश एक चिथड़ा सुख – निर्मल वर्मा : मुख्य अंश ●वह मार्च की हवा थी। उसमें कोई बोझ नहीं था, जैसा गर्मी के अंधड़ में होता है। वह धूल के साथ नहीं आई थी, स्वयं धूल उसका सहारा लेकर ऊपर उठी थी। और पढ़ें
हिंदी की विभिन्न विधाओं के मुख्य अंश अंधा कुआँ – लक्ष्मीनारायण लाल : मुख्य अंश पात्र ●भगौती●सूका●अलगू●राजी●इंदर●नन्दो●लच्छी●मिनकू काका●हरखू मौसिया●तेजई●मूरत●हीरा●रामदीन●जोखन नाटक का सारांश नाटक में भगौती नाम का व्यक्ति है और पढ़ें
हिंदी की विभिन्न विधाओं के मुख्य अंश कोणार्क : जगदीशचन्द्र माथुर : मुख्य अंश पात्र विशु- उत्कल राज्य का प्रधान शिल्पी और कोणार्क का निर्माताधर्मपद- एक प्रतिभाशाली युवक शिल्पीनरसिंह देव- उत्कल-नरेशराजराज चालुक्य- उत्कल-नरेश और पढ़ें