लेख भीष्म साहनी का उपन्यास “बसंती” की सूक्ष्म कथा- सुजाता कुमारी भीष्म साहनी का उपन्यास 'बसंती' की छोटी सी कथा को यहाँ लिखा गया है।और पढ़ें
UPHESC बसंती (भीष्म साहनी) उपन्यास का मुख्य अंश यहाँ uphesc के सिलेबस में लगे उपन्यास बसन्ती जो कि भीष्म साहनी द्वारा रचित है का मुख्य अंश दिया जा रहा है।और पढ़ें
UPHESC अपनी खबर (पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’) का मुख्य अंश यहां (UPHESC) उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के (हिंदी) सिलेबस में लगे आत्मकथा 'अपनी खबर' जो पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र' द्वारा लिखी गयी है। और पढ़ें
लेख यात्रा वृत्तांत (एक अजीब कहानी) : रहमत यात्रा वृत्तांत..(एक अजीब कहानी) रात के तकरीबन 2 बजे मेरे फ़ोन का रिंग बजने लगा, देखा तो आशीष भैया का काॅल आ रहा था। मैंने फट से कॉल पिक और पढ़ें
युवा रचनाकारों की कविताएँ अपराजिता की कविताएँ अपराजिता स्वभाव में बहुत ही सरल है, यही कारण है कि उसके शब्द और भाव उसी ढंग की सहजता लिए रहते हैं। आप उसकी यह कविताएँ पढ़ कर उससे बिना मिले और पढ़ें
UPHESC UPHESC सम्पूर्ण निबंधों का मुख्य अंश यहाँ UPHESC में लगे सम्पूर्ण निबंधों का मुख्य अंश दिया जा है। सिलेबस के १०वें भाग में १४ निबंध लगा हुआ है।और पढ़ें
NET/JRF प्रमुख ग्रन्थों/ रचनाओं के सम्पादक (आदिकाल/भक्तिकाल/रीतिकाल) आदिकाल :- दोहाकोश (सरहपा) – राहुल सांकृत्यायन (पटना, 1957) दोहाकोष – प्रबोधचंद्र बागची (कोलकाता, 1938) द चर्यापद – अतीन्द्र और पढ़ें
NET/JRF उत्तर छायावादी/ व्यक्तिवादी/ हालावादी/ धारा के सम्बन्ध में विद्वानों के कथन :- उत्तर छायावादी/ व्यक्तिवादी/ हालावादी/ धारा के सम्बन्ध में विद्वानों के कथन :- वैयक्तिक कविता छायावाद की अनुजा और प्रगतिवाद की अग्रजा है।- और पढ़ें
NET/JRF कामायनी के संबंध में विभिन्न विद्वानों के मत यहाँ "कामायनी" जो जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित कृति है। जिसका प्रकाशन 1935 में हुआ था, उसके विषय में विभिन्न विद्वानों के क्या मत थे। वह मौजूद है।और पढ़ें
NET/JRF भक्तिकाल के विभिन्न सम्प्रदाय एवं मत सम्प्रदाय एवं मत :- श्री सम्प्रदाय – रामनुजनाचार्य – विशिष्टाद्वैतवाद ब्रम्ह सम्प्रदाय – मध्वाचार्य – द्वैतवाद रुद्र और पढ़ें