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प्रमुख 51 उपन्यासकारों के उपन्यास का वर्ण्य विषय

प्रमुख 51 उपन्यासकारों के उपन्यास का वर्ण्य विषय

प्रमुख उपन्यासों के वर्ण्य विषय

1.प्रेमचंद


●देवस्थान रहस्य- मन्दिरों और तीर्थ स्थानों में फैले पाखण्ड की आलोचना

●प्रेमा- हिन्दुओं में विधवा-विवाह की समस्या का चित्रण

●सेवासदन- वेश्या जीवन से सम्बद्ध समस्या का चित्रण

●वरदान- प्रेम एवं विवाह की समस्या का चित्रण

●प्रेमाश्रम- औपनिवेशिक शासन में जमींदार एवं किसानों के सम्बन्ध का चित्रण

●रंगभूमि- औद्योगिकीकरण के दोष, पूँजीवादियों की शोषण नीति, अंग्रेजों के अत्याचार एवं भारतीय शिक्षितों की चरित्रहीनता का विश्लेषण व चित्रण

●कायाकल्प – पुनर्जन्म की धारणा पर समाज-सेवा, राजा के अत्याचार विलास एवं सच्चे प्रेम का चित्रण।

●निर्मला- दहेज एवं अनमेल विवाह की समस्या का चित्रण

●गबन- मध्यवर्गीय जीवन की असंगति का यथार्थ मनोवैज्ञानिक चित्रण

●कर्मभूमि- हिन्दू-मुस्लिम एकता, अछूतोद्धार एवं दलित किसानों के उत्थान की कथा

●गोदान- किसान जीवन की महागाथा एवं ऋण की समस्या का अंकन

●मंगलसूत्र- अधूरा

2.विश्वम्भरनाथ शर्मा ‘कौशिक’

●माँ- माँ की महिमा एवं आदर्श का प्रतिपादन

●भिखारिणी- अन्तर्जातीय विवाह की समस्या एवं प्रेम की त्रासदी का चित्रण

●संघर्ष- आर्थिक विषमता के कारण प्रेम की निष्फलता का चित्रण

3.पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’

●चंद हसीनों के खतूत- हिन्दू-मुस्लिम के प्रेम एवं विवाह का चित्रण

●दिल्ली का दलाल- युवतियों का क्रय- -विक्रय करने वाली संस्थाओं का पर्दाफाश

●बधुआ की बेटी- अछूतोद्धार की समस्या (‘मनुष्यानंद’ नाम से रूपांतरण)

●शराबी- वेश्याओं और शराब घरों का नग्न यथार्थ चित्रण

●सरकार तुम्हारी आँखों में- शासन तंत्र की अव्यवस्था एवं प्रजा की पीड़ा का चित्रण

4.जैनेन्द्र

●परख- प्रेम का आदर्शीकरण

●सुनीता- श्रीकांत, सुनीता एवं हरिप्रसन्न के मनोभावों का विश्लेषण

●त्यागपत्र- स्त्री के विद्रोही व्यक्तित्व का चित्रण

●कल्याणी- विवाह के पश्चात की समस्या का चित्रण

●सुखदा- नायिका सुखदा के मनोभावों का विश्लेषण

●विवर्त- भुवनमोहिनी एवं जितेन की प्रेम कथा का चित्रण

●जयवर्द्धन- व्यक्ति की निजता एवं शासन की सामाजिकता के द्वंद्व का चित्रण

●अनाम स्वामी- मानव के धार्मिक रूढ़ियों से मुक्त होने का चित्रण

●दर्शाक- विवाह विच्छेद एवं स्त्री जीवन की विडम्बना का चित्रण

5.इलाचंद्र जोशी

●घृणामयी- एक युवती के पश्चाताप का चित्रण
‘लज्जा’ शीर्षक से)

●संन्यासी- नंद किशोर के अहंभाव का मनोविश्लेषण

●पर्दे की रानी- मानसिक विकृतियों के व्यक्तियों के चरित्र की मनोवैज्ञानिक व्याख्या

●प्रेम और छाया- पारसनाथ की मानसिक कुण्ठा का चित्रण

●निर्वासित- महीप और नीलिमा के प्रेम का चित्रण

●जिप्सी- मनोविश्लेषणवाद एवं सामाजिक भावना का समन्वय

●जहाज का पंक्षी- ईमानदार एवं आदर्शवादी व्यक्ति के कष्टों का चित्रण

●ऋतु चक्र- आधुनिकता के नाम पर पनपती विसंगति का चित्रण

6.सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’

●शेखर : एक जीवनी- (भाग एक) -नायक शेखर के कैशोर्य का विश्लेषण

●शेखर : एक जीवनी -(भाग दो)- शेखर के युवाकाल की मानसिक स्थिति का अंकन

●नदी के द्वीप- रेखा,भुवन एवं गौरा की प्रेम कथा

●अपने अजनबी- मृत्यु से साक्षात्कार

7.विष्णु प्रभाकर

●ढ़लती रात- सन 1920-1936 तक की सामाजिक-राजनीतिक स्थिति का चित्रण

●तट के बंधन- प्रेम व विवाह एवं नारी मुक्ति का चित्रण

●स्वप्नमयी- स्त्री के काल्पनिक, तर्कातीत एवं स्वप्नजीवी चरित्र का अंकन

●कोई तो- नैतिक रूढ़ियों एवं बलात्कार की शिकार स्त्रियों की समस्या

●अर्धनारीश्वर- स्त्रियों के बलात्कार एवं यातना का चित्रण

●संकल्प- परित्यक्ता स्त्री की मनोभावों का अंकन

8.भगवतीचरण वर्मा

●पतन- अपराध एवं बलात्कार प्रधान ऐतिहासिक उपन्यास

●चित्रलेखा- पाप एवं पुण्य के नैतिक प्रश्न का चित्रण

●तीन वर्ष- प्रेम का विवाह में परिणति, इस समस्या का चित्रण

●टेढ़े मेढे रास्ते- गाँधीवाद, साम्यवाद और आतंकवाद का टेढ़े मेढ़े रास्ते के रूप में चित्रण

●आखरी दाँव- एक जुआरी की असफल प्रेम कथा

●अपने खिलौने- दिल्ली के माडर्न सोसाइटी पर तीखा व्यंग्य

●भूले बिसरे चित्र- तीन पीढ़ियों के जीवन मूल्य में परिवर्तन की कथा

●सामर्थ्य और सीमा- प्रकृति के समक्ष मनुष्य की असहायता का चित्रण

●रेखा- नारी के गहन अन्तर्द्वन्द्व का चित्रण ।

●सच्ची-सीधी बात- सन् 1938-48 तक के राष्ट्रवादी नेताओं की दृष्टि का मूल्यांकन

●सबहिं नचावत राम गोसाईं- सन् 1919 से 1965 तक के इतिहास का चित्रण।

●प्रश्न और मरीचिका- व्यक्ति के मन में विघटित मानव मूल्य का प्रश्न एवं शासन की मरीचिका का चित्रण

9.राहुल सांकृत्यायन

●जीने के लिए- भारत के विक्षुब्ध सामाजिक एवं राजनीति स्थिति का चित्रण

●सिंह सेनापति- वैशाली तथा तक्षशिला के गणराज्यों की कथा

●जय यौधेय- यमुना, सतलज एवं हिमालय के बीच स्थित यौधेय राज्य के अवसान का चित्रण

●मधुर स्वप्न- मध्य एशिया में आविर्भूत मज्दक के अनुयायी अन्दर्जगर के जीवन-दर्शन का चित्रण

●विस्मृत यात्री- बौद्ध यात्री नरेन्द्र यश की जीवन यात्रा पर आधारित

10.चतुरसेन शास्त्री

●वैशाली की नगरवधू – बुद्धकालीन सांस्कृतिक एवं चित्रण

●वयं रक्षामः -आर्य-अनार्य, देव-दानव आदि संस्कृतियों के संघर्ष एवं समन्वय की कथा

●सोमनाथ- शिवोपासना के मानसिकता का चित्रण

●गोली- देशी रियासतों के शासकों की घृणित विलासिता का चित्रण

11.रांगेय राघव

●मुर्दो का टीला- मोहनजोदड़ो सभ्यता की पृष्ठभूमि पर आधारित

●प्रतिदान- महाभारत युग के ब्राह्मण एवं क्षत्रिय के संघर्ष का चित्रण

●चीवर- हर्षकाल के ह्रासमान भारतीय सामंतवाद का चित्रण

●अँधेरे के जुगनू- दासप्रथा को बचाये रखने के लिए कुलीन वर्ग के प्रयत्न का चित्रण

●राह न रूकी- महावीर स्वामी एवं बुद्ध युग के जागरण की कथा

12.अमृतलाल नागर

●महाकाल- बंगाल के अकाल त्रासदी का चित्रण

●बूँद और समुद्र- लखनऊ के चौक के रूप में भारत को विभिन्न छवि का चित्रण

●शतरंज के मोहरे- अवध के नवाबों के ह्रासोन्मुख जीवन का चित्रण

●सुहाग के नूपुर- मध्यकालीन कुलवधुओं एवं नाहर वधुओं का चित्रण

●अमृत और विष- भारतीय गणतंत्र के 15 वर्षों का राजनैतिक एवं सामाजिक चित्रण

●सात घूँघट वाला मुखड़ा- मसरू बेगम के नारी-हृदय का चित्रण

●एक दानैमिषारण्ये- आचार्य भार्गव सोमाहुति, नैमिष आंदोलन एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण का चित्रण

●मानस का हंस- तुलसीदास की जीवनी एवं व्यक्तित्व पर आधारित

●नाच्यौ बहुत गोपाल- भंगी समाज का इतिहास एवं उसके वर्तमान जीवन की नरकीयता का गहरी संवेदनात्मकता के साथ चित्रण

●खंजन नयन- सूरदास के जीवन और व्यक्तित्व पर आधारित

●करवट- लखनऊ के एक खत्री परिवार की तीन पीढ़ियों का चित्रण

●पीढ़ियाँ- ‘करवट’ उपन्यास के अगले चरण के रूप में

13.हजारीप्रसाद द्विवेदी

●बाणभट्ट की आत्मकथा- प्रेम का उदात्तीकरण एवं हर्षकालीन सामाजिक, राजनैतिक एवं सांस्कृतिक स्थिति का चित्रण

●चारुचन्द्र लेख- 12वीं-13वीं शती के सांस्कृतिक एवं राजनीतिक स्थिति का चित्रण

●पुनर्नवा- वर्ण व्यवस्था एवं नारी शोषण का चित्रण

●अनामदास का पोथा- औपनिषदिक युग के परिवेश एवं जीवन पद्धति का चित्रण

14.शिवप्रसाद मिश्र रुद्र ‘काशिकेय’

●बहती गंगा – काशी के जीवन और संस्कृति का जीवन्त संवेदनात्मक चित्रण

●सचितात- प्रयोगवादी शिल्प प्रधान उपन्यास

●अलग अलग वैतरणी- आजादी के बाद पूर्वांचल के गाँवों की जिन्दगी की नारकीयता का चित्रण

●गली आगे मुड़ती है- युवा आक्रोश का काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर के सन्दर्भ में चित्रण

●नीला चाँद- भारतीय इतिहास के ‘मध्यकाल की काशी’ का चित्रण

●शैलूष- विन्ध्य क्षेत्र के नटों के कबीलाई जीवन पर आधारित

●औरत- नारी के शोषण, दमन एवं पीड़न पर आधारित

●मंजुशिमा- लेखक की पुत्री मंजू के जीवन की करुण कथा

●कुहरे में युद्ध- बुन्देलखण्ड में मुस्लिम आक्रांताओं की कथा

●दिल्ली दूर है- हिन्दू-मुस्लिम के बीच टकराहट एवं समन्वय का चित्रण

●वैश्वानर- काशी के वैदिककालीन स्वरूप का चित्रण

15.नागार्जुन

रतिनाथ की चाची- मिथिलांचल के सामाजिक जीवन के अन्तर्विरोध एवं नारी शोषण की समस्या का चित्रण

●बलचनमा- नायक बलचनमा का अन्याय एवंअत्याचार के विरुद्ध संघर्ष

●नई पौध- असंगत विवाह एवं जर्जर सामाजिक मान्यताओं का विरोध

●बाबा बटेसर नाथ- बरगद के वृक्ष को बचाने के लिए किसानों का संघर्ष

●बरुणा के बेटे- मिथिला के मछुआरों के संघर्ष की कथा

●दुःखमोचन- ग्रामीणों पर आधुनिक सभ्यता का चित्रण

●उग्रतरा- उगनी और कामेश्वर की प्रेम कथा का चित्रण

●हीरक जयंती- समकालीन शासक वर्ग के नेताओं की चरित्रहीनता का चित्रण

●इमरतिया- समाज के बगुला भक्तों का पर्दाफाश किया गया है।

●पारो- बाल विवाह की कुरीति एवं एक युवती की दारुण कथा

●गरीबदास- स्वतंत्र भारत के ग्रामीण जीवन के सामाजिक-आर्थिक अंतर्विरोध का चित्रण

16.फणीश्वरनाथ रेणु

●मैला आँचल- पूर्णिया जिले के मेरीगंज गाँव की कथा

●परती परिकथा- पूर्णिया जिले के परानपुर गाँव की कथा

●दीर्घतपा- भ्रष्ट व्यवस्था के बीच एक ईमानदार व्यक्ति के संघर्ष की कहानी

●जुलूस- पूर्वी पाकिस्तान से आए पूर्णिया जिले में शरणार्थियों की समस्या का चित्रण

●कितने चौराहे- बालक एवं मनमोहन को केन्द्र में रखकर स्वाधीनता आन्दोलन का चित्रण

●पल्टू बाबू रोड- पूर्णिया जिले के एक बंगाली परिवार के चारित्रिक पतन की कहानी

17.श्रीलाल शुक्ल

●सूनी घाटी का सूरज- प्रतिभाशाली उच्चवर्गीय निर्धन छात्र की संघर्ष गाथा

●अज्ञातवास- एक व्यक्ति का अपनी पत्नी के प्रति क्रूर व्यवहार एवं पश्चाताप का चित्रण

●रागदरबारी- शिवपालगंज की जिन्दगी का यथार्थ चित्रण

●सीमाएँ टूटती हैं- अपराध एवं रोमांस मिश्रित एक कहानी

●मकान- संगीतज्ञ ‘बाबू’ का मकान के लिए अफसरों की
खुशामद का चित्रण

●पहला पड़ाव- भवन बनाने वाले मजदूरों के शोषण का चित्रण

●विश्रामपुर का संत- राजनीतिक पुरुषों के पाखण्ड का चित्रण

18.शैलेष मटियानी

●बोराबली से बोरीबंदर तक- बम्बई के भागदौड़ एवं आधुनिक यांत्रिक जीवन का चित्रण

●कबूतर खाना- बम्बई के भूलेश्वर मुहल्ले में रहने वाले मध्यवर्गीय जनों का चित्रण

●किस्सा नर्मदाबेन गंगूबाई – बम्बई की सेठानियों के अनैतिक यौनाचार का चित्रण

●हौलदार- अल्मोड़ा अंचल के एक पंगु पात्र की मानसिक कुण्ठा का चित्रण

●चिट्ठीरसैन- नारी की अभिशप्त नियति एवं मानवीय संवेदना का अंकन

●मुख सरोवर के हंस- कुमायूँ क्षेत्र के प्रसिद्ध लोककथा ‘अजित-बफौल’ पर आधृत

●एक मूठ सरसों- वर्ण संकर शिशु की सामाजिक अवज्ञा एवं अपमान का चित्रण

●कोई अजनबी नहीं- पहाड़ी स्त्री रामरती की भटकन एवं मनोव्यथा का चित्रण

●दो बूंद जल- देह-व्यापार का सौदा करने वाली दलित पहाड़ी स्त्रियों का अंकन

●भागे हुए लोग- धर्म एवं तंत्र साधना के नाम पर फैले पाखण्ड का चित्रण

●जल तरंग- स्त्री-पुरुष सम्बन्ध का चित्रण

●बर्फ गिर चुकने के बाद- व्यक्ति मन के तनाव और निरर्थकता की पीड़ा का चित्रण

●छोटे-छोटे पक्षी- एक प्रेम कथा

●सर्पगन्धा- पर्वतीय क्षेत्र के दलित समाज के अधिकारों की लड़ाई का चित्रण

●आकाश कितना अनंत है- पहाड़ी शहर के प्रबुद्ध पात्रों की संघर्ष गाथा

●गोपुली गफूरन- नायिका गोपली के नारी व्यक्तित्व का अद्भुत चित्रांकन

●बावन नदियों का संगम- वेश्या जीवन एवं उनके दलालों की त्रासद जिन्दगी का चित्रण

●मुठभेड़- सरकारी तंत्र की संवेदनशून्यता एवं अमानवीयता का अंकन

●माया सरोवर- स्त्री-पुरुष के सम्बन्धों का चित्रण

19.रामदरश मिश्र

●पानी के प्राचीर- गोरखपुर जिले के पाण्डेपुरवा/गाँव के किसानों के जिन्दगी का यथार्थ चित्रण

●जल टूटता हुआ- स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद के ग्रामीण जीवन का यथार्थ

●बीच का समय – अनमेल विवाह की त्रासदी एवं तनाव का चित्रण

●सूखता हुआ तालाब- नैतिक रूढ़ियों के बंधन में जकड़े हुए गाँव का चित्रण

●अपने लोग- गोरखपुर की कस्बाई एवं ग्रामीण जीवन का
मिश्रित चित्रण

●रात का सफर- नायिका ‘ऋता’ की ट्रेन यात्रा का चित्रण

●आकाश की छत- बाढ़ की विभीषिका से घिरे मनुष्य की मानसिकता का अंकन

●बिना दरवाजे का मकान- नायिका दीपा के जीवन संघर्ष और अपराजेय जिजीविषा का अंकन

●दूसरा घर- प्रवासी कमलेश के जीवन यथार्थ एवं संघर्ष का चित्रण

●थकी हुई सुबह- एक ग्रामीण नारी की कहानी

●बीस बरस- रिपोर्ताज शैली में लिखा उपन्यास

20.राही मासूम रजा

●आधा गाँव- गाजीपुर जिले के गाली गाँव/के सैयद मुसलमानों की कथा

●टोपी शुक्ला- हिन्दू-मुस्लिम सम्बन्धों की समस्या का चित्रण

●हिम्मत जौनपुरी- गाजीपुर जिले के एक मुसलमान की कथा

●ओस की बूंद- हिन्दू-मुस्लिम के धार्मिक उन्माद का चित्रण

●दिल एक सादा कागज- पाकिस्तान में स्थानान्तरित भारतीय मुसलमानों के मोहभंग की कथा

●सीन 75- सन् 1975 ई० में लागू आपातकाल और जनजीवन पर पड़े उसके प्रभाव का चित्रण

●कटरा बी आर्जु- इलाहाबाद के एक मुहल्ले में रहने वाले हिन्दू मुस्लिम की कहानी

21.विवेकी राय

●पुरुष पुराण- ‘दुःखन’ के द्वारा नये और पुराने के संघर्ष का चित्रण

●लोकऋण- ग्रामीण संस्कृति व आयातित आधुनिक संस्कृति के बीच तनाव का चित्रण

●श्वेतपत्र- पूर्वांचल के जन-जीवन का सजीव चित्रण

●सोना माटी- गाजीपुर-बलिया के बीव करइल क्षेत्र के जन-जीवन का चित्रण

●समर शेष है- पूर्वांचल के किसान-मजदूर के शोषण एवं उनके संघर्ष की कथा

●मंगल भवन- राष्ट्र-निष्ठा और देश-भक्ति का चित्रण

●नमामि ग्रामम्- गाँवों की दुर्दशा का अलग-अलग शीर्षकों में चित्रण

22.यशपाल

●दादा कामरेड- क्रान्तिकारियों की गतिविधियों का विश्वसनीय चित्रण

●देशद्रोही- सन् 1930 से 1942 तक की राजनीतिक स्थिति का अंकन

●दिव्या- ऐतिहासिक कल्पना

●पार्टी कामरेड- कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा एवं कार्यक्रम का समर्थन

●अमिता- ऐतिहासिक उपन्यास

●झूठा सच (भाग-1)- राष्ट्र विभाजन एवं त्रासदी का चित्रण

●झूठा सच (भाग-2)- स्वतंत्रता प्राप्ति एवं देश के विकास तथा देश के भावी निर्माण में बुद्धिजीवियों की भूमिका का यथार्थ चित्रण

●बारह घण्टे- पातिव्रत्य सम्बन्धी परम्परागत मूल्यों की व्यर्थता का चित्रण

●अप्सरा का श्राप- ऐतिहासिक पौराणिक उपन्यास

●क्यों फँसे?- काम सम्बन्धों की निर्बाध आजादी का चित्रण

●मेरी तेरी उसकी बात- स्वाधीनता आन्दोलन एवं उत्तर भारतीय समाज की राजनीतिक संघर्ष का चित्रण

23.अमृत राय

●बीज- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा एवं आम आदमी के जीवन संघर्ष का चित्रण

●नागफनी का देश- प्रेम और दाम्पत्य की टकराहट का चित्रण

●हाथी के दाँत- समाज के दुहरे चरित्र के यथार्थ का चित्रण

●जंगल- वर्तमान सभ्यता को जंगल सभ्यता के रूप में चित्रित किया गया है

●सुख-दुःख – जीवन में सुख-दुःख की शाश्वत समस्या का चित्रण

●भटियाली- अविवाहित ‘चित्रा’ के प्रेम द्वंद्व का चित्रण

●धुआँ- नई पीढ़ी के भटकाव एवं सामाजिक, राजनीतिक मूल्यहीनता का चित्रण

24.भीष्म साहनी

●झरोखा – आर्य समाजी मध्यवर्गीय परिवार का अंकन

●कड़ियाँ- दाम्पत्य जीवन की कटुता और स्त्री की असहाय स्थिति का अंकन

●तमस- भारत विभाजन की साम्प्रदायिक विभीषिका का महाकाव्यात्मक अंकन

●वसंती- दिल्ली महानगर की झुग्गी-झोपड़ी वाली गन्दी बस्तियों का अंकन

●मय्यादास की माड़ी- सन् 1840 से 1920 तक पंजाब के राजनीतिक सामाजिक माड़ी यथार्थ का अंकन

●कुंतो- नारी जीवन की चिरन्तन पराधीनता-जन्य पीड़ा का अंकन

25.मार्कण्डेय

●अग्निबीज- गांधीवादी विचारधारा के बिखराव और अग्निबीज के रूप में क्रान्तिकारी युवा चेतना का अंकन।

26.जगदीशचंद्र माथुर

●धरती धन न अपना- पंजाब के ग्रामीण दलित जीवन पर आधारित

●आधा-पुल- युद्ध की विभीषिका का जीवन्त अंकन

●कभी न छोड़े खेत- सामन्ती जाटों की कहानी

●मुट्टीभर काँकर- पंजाबी शरणार्थियों के दुःख और संघर्ष की कहानी

●टुंडा लाट- अस्थायी कमीशन प्राप्त सैनिक सुनील की प्रेम कथा

●घास गोदाम- दिल्ली के आस-पास के किसानों की बरबादी की कहानी

●नरक कुण्ड में वास- में धरती धन न अपना’ उपन्यास का विस्तार

●लाट की वापसी- ‘टुंडा लाट’ उपन्यास का विस्तार

●जमीन तो अपनी थी- दलित जीवन से सम्बद्ध कथा

27.बदीउज्जमां

●एक चूहे की मौत- फैंटेसी शैली में लिखा प्रतीकात्मक उपन्यास

●छाको की वापसी- विभाजन के बाद बिहार से पूर्वी पाकिस्तान गये मुसलमानों के मोहभंग का अनुभूतिपूर्ण अंकन

●अपुरुष- प्राइवेट कॉलेज के प्राध्यापकों की मानसिकता का अंकन

●छठा तंत्र- आज की शोषण पर आधारित प्रतीकात्मक उपन्यास

28.काशीनाथ सिंह

●काशी का अस्सी- काशी का अस्सी काशी की सभ्यता एवं संस्कृति का सजीव चित्रण

●अपना मोर्चा- छात्र आन्दोलन का चित्रण

●महुआ चरित- कथा नायिका महुआ की मानसिक स्थिति का चित्रण

29.धर्मवीर भारती

●गुनाहों का देवता- चन्दर और सुधा के किशोर भावुक प्रेम की करुण कहानी

●सूरज का सातवाँ घोड़ा- अलिफ लैला, पंचतंत्र आदि की कथा प्रविधि पर नगरीय निम्न मध्यवर्ग के कटु यथार्थ का चित्रण

30.राजेन्द्र यादव

●प्रेत बोलते हैं- असफल दाम्पत्य जीवन का चित्रण

●उखड़े हुए लोग- नेता भैया’ के रूप में राजनीतिज्ञों की असलियत का अंकन

●शह और मात- युवा कहानी लेखिका के प्रेम का अंकन

●एक इंच मुस्कान- अमर, रंजना और अमला के प्रेम का चित्रण

●अनदेखे अनजान पुल- एक कुरुप लड़की की कुंठित मानसिकता तथा उसके सपनों का अंकन

31.सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

●सोया हुआ जल- एक प्रतीकात्मक उपन्यास

●पागल कुत्तों का मसीहा- कुत्तों के प्रतीक में रूढ़ जीवन मूल्यों का चित्रण

●सूने चौखट- बालक के स्वभाव का चित्रण

32.कमलेश्वर

●एक सड़क सत्तावन गलियाँ- लीला-नौटंकी करके जीविकोपार्जन करने वाले समाज का चित्रण

●डाक बंगला- मातृहीन कथानायिका ‘इरा’ की संघर्ष कथा का चित्रण

●लौटे हुए मुसाफिर- साम्प्रदायिक समस्या का चित्रण

●समुद्र में खोया हुआ आदमी- क्लर्क श्यामलाल, उनकी पुत्री तारा, पुत्र वीरन की कथा

●काली आँधी- स्त्री के राजनीतिक और पारिवारिक दायित्व एवं द्वंद्व का चित्रण

●तीसरा आदमी- मध्यवर्गीय दम्पति के बीच तीसरे व्यक्ति के प्रवेश की कहानी

●वही बात- मध्यवर्गीय स्त्री की विसंगति एवं भटकाव का चित्रण

●सुबह दोपहर शाम- स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी दल की भूमिका का चित्रण

●रेगिस्तान- आदर्शों के टूटने का मार्मिक चित्रण

33.मोहन राकेश

●अँधेरे बन्द कमरे में- विषयवस्तु दिल्ली के अभिजात्यवर्गीय हरवंश और नीलिमा के दाम्पत्य जीवन का चित्रण

●न आने वाला कल- एक पहाड़ी प्रदेश के मिशनरी स्कूल के अध्यापक का चित्रण

●अंतराल- स्त्री-पुरुष सम्बन्धों की जटिलता का चित्रण

34.राजकमल चौधरी

●नदी बहती थी- सामाजिक-राजनीतिक विद्रूपता का चित्रण

●मछली मरी हुई- समलैंगिकतावादी स्त्रियों के व्यवहार और मानसिकता का चित्रण

●देह गाथा- मुक्त यौनाचार का चित्रण

●बीस रानियों के बाइस्कोप- फिल्म जगत की बदसूरत चीजों और बतसूरत सच्चाइयों की कहानी

35.निर्मल वर्मा

●वे दिन- चेकोस्लोवाकिया की पृष्ठभूमि पर आधारित

●लाल टिन की छत- एक वयःसंधि की लड़की की मानसिकता का चित्रण

●एक चिथड़ा सुख- विट्टी, ईश, मुन्नू आदि की अधूरी जिन्दगियों की कहानी

●रात का रिपोर्टर- आतंक, अविश्वास, रहस्य और मानसिक यातना का अंकन

36.रमेशचंद्र शाह

●गोबर गणेश- कथानायक विनायक के आकांक्षाओं और सपनों के बनने-टूटने का चित्रण

●किस्सा गुलाम- दलित कथा नायक कुंदन की कुंठा और विद्रोह भावना का चित्रण

●पूर्वापर- दो मित्रों के बचपन की कहानी

●आखिरी दिन- नैतिक पतन, अमानवीयता आदि का चित्रण

●पुनर्वास- कथानायक प्रो० नाथ की ऊब का चित्रण

37.विनोद कुमार शुक्ल

●एक नौकर की कमीज- दफ्तर के परिवेश एवं बाबूओं की बेचारगी का अंकन

●खिलेगा तो देखेंगे- एक अध्यापक के परिवार का अंकन

●दीवार में एक खिड़की रहती थी- कथानायक रघुवर प्रसाद के जीवन का चित्रण

38.मनोहरश्याम जोशी

●करु करु स्वाहा- बम्बई महानगर के फिल्म जगत के यथार्थ का चित्रण

●कसप (क्या जाने?)- एक प्रेम कथा

●हरि या हरक्यूलीज की हैरानी- कुमायूँ गढ़वाल क्षेत्र के जन-जीवन का चित्रण

●टा-टा प्रोफेसर- एक स्कूल शिक्षक के व्यंग्य चित्र का अंकन

●हमजाद-बाजारवादी प्रवृत्ति का चित्रण

●क्याप (अजीब)-कूर्मांचल के वाल्मीकि नगर की कहानी

●कौन हूँ मैं?- प्रसिद्ध भुवाल सन्याल के केस पर आधारित

39.मंजूर एहतशाम

●कुछ दिन और- पति-पत्नी सम्बन्ध पर आधारित

●सूखा बरगद- हिन्दू-मुस्लिम समस्या का संवेदनात्मक चित्रण

●दास्तान-ए-लापता- इंसानियत के लापता होने की नियति का चित्रण

●वशारत मंजिल- मुस्लिम समाज के अन्तर्विरोधों का चित्रण

40.असगर वजाहत

●सात आसमान- नवाब सामन्तों की विलासिता का चित्रण

●कैसे आग लगाई- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आधार पर मुस्लिम समाज का चित्रण

महिला उपन्यासकार


41.उषा प्रियंवदा

●पचपन खंभे लाल दीवारें- एक मध्यवर्गीय नौकरी पेशा एवं शिक्षित स्त्री के प्रेम तथा अधिक उम्र तक विवाह न होने के कारण होने वाले मानसिक तनाव का चित्रण है।

●रुकोगी नहीं राधिका- ‘राधिका’ के माध्यम से आधुनिक स्त्री की जटिल मानसिकता, पीड़ा एवं विद्रोह का अंकन है।

42.कृष्णा सोबती

●मित्रो मरजानी- पुराने मूल्यों को जीने वाले एक मध्यवर्गीय परिवार में एक स्त्री के विद्रोह की कहानी का चित्रण है।

●जिंदगीनामा- 20वीं शताब्दी के आरंभिक पंद्रह वर्षों के पंजाब के किसानों-ग्रामीणों के जीवन का चित्रण है।

●दिलो-दानिश- दिल्ली की पृष्ठभूमि पर लिखित उपन्यास है। इसमें विवाहेतर संतान और उसकी स्वीकृति के प्रश्न को उठाया गया है।

43.मन्नू भंडारी

●आपका बंटी- तलाकशुदा दंपति और उनकी संतान को केंद्र में रखकर लिखा गया है। संबंध विच्छेद की स्थिति में बच्चे की परवरिश किस तरह प्रभावित होती है उसका यथार्थ चित्रण मिलता है। ‘आपका बंटी’ बाल मनोविज्ञान का उत्कृष्ट उपन्यास माना जाता है।

●महाभोज- समकालीन राजनीति में मूल्यहीनता, धन एवं बाहुबल की प्रवृत्ति एवं दोहरे चरित्र का चित्रण हुआ है।

44.ममता कालिया

●बेघर-उपन्यास में यौनशुचिता की पवित्रता के संस्कार से बद्ध पुरुष द्वारा उपर्युक्त कसौटी पर खरा न उतरने पर प्रेमिका को छोड़कर अन्य स्त्री से शादी करने की कथा कही गई है।

●एक पत्नी के नोट्स- आई.ए.एस. अधिकारी और उसकी व्याख्याता पत्नी के पारिवारिक संबंधों का चित्रण है। उच्च अधिकारी पति के सामंती संस्कार से मुक्त न हो सकने का भी अंकन हुआ है।

45.मृदुला गर्ग

●मैं और मैं- एक धूर्त और बेईमान लेखक द्वारा एक नई लेखिका के शोषण की कहानी है।

●चित्तकोबरा- विवाहित स्त्री और एक संवेदनशील लेखिका के जीवन में सर्जनात्मकता की प्रेरणा के रूप में आए व्यक्ति के आगमन के फलस्वरूप जीवन में उठे आवेग, रचनात्मक तूफान का चित्रण है।

●अनित्य- सन् 1930 से 1960 ई. तक के कालखंड की भारतीय राजनीति का चित्रण है।

●कठगुलाब- पितृसत्ता में नारी के शोषण एवं मुक्ति-संघर्ष की कथा है।

46.चंद्रकांता

●ऐलान गली जिंदा है तथा ‘यहाँ वितस्ता बहती है’- कश्मीर की पृष्ठभूमि पर आधारित उपन्यास हैं। ‘यहाँ वितस्ता बहती है’ में कश्मीर के संपन्न हिंदू समाज के जीवन का चित्रण है, वही ‘ऐलान गली जिंदा है’ में कश्मीर की ऐलान गली में वर्षों से रहते आए परिवारों के दुख-दर्द का चित्रण है।

●अपने-अपने कोणार्क- एक शिक्षित एवं स्वावलंबी स्त्री के 30 वर्ष की उम्र तक एकाकी रह जाने एवं अपने एकाकीपन को अनुभव करने की कहानी है।

●कथा सतीसर- आंतकवाद से गहरे रूप से प्रभावित कश्मीर के जीवन का चित्रण है।

47.नासिरा शर्मा

●सात नदियाँ एक समुंदर- आधुनिक ईरान की पृष्ठभूमि में अयातुल्ला खुमैनी की रक्तरंजित इस्लामी क्रांति पर आधारित उपन्यास है।

●जिंदा मुहावरे- भारत विभाजन की त्रासदी पर आधारित है। इसमें विभाजन के पश्चात् भारत में रह गए तथा पाकिस्तान चले गए दोनों तरफ़ के मुसलमानों के दर्द का चित्रण है।

48.प्रभा खेतान

●आओ पेपे घर चलें- अमेरिका में रहते हुए अपने अनुभव के आधार पर अमरीकी नारी के जीवन के दुख एवं पीड़ा अनुभव को चित्रित किया है। भोग-विलास में डूबी अमरीकी औरत के भीतर कितना अकेलापन, पीड़ा है, उसका चित्रण इस उपन्यास में है।

●छिन्नमस्ता- पुरुषों के वर्चस्व के मध्य एक स्त्री के व्यवसाय शुरू कर आत्मनिर्भर बनने एवं स्वयं की अलग पहचान बनाने की कथा है।

●पीली आँधी- मारवाड़ी समाज के संघर्ष और पीड़ा की कहानी है। उपन्यास में मारवाड़ी समुदाय के लोगों का राजस्थान के मारवाड़ से कलकत्ता आकर बसने व संघर्ष, श्रम एवं व्यापार कुशलता के बल पर समृद्ध एवं समाज में स्थापित होने का चित्रण है। ‘पीली आँधी’ प्रतीक है सब कुछ उजड़ जाने एवं एक अंकुर के माध्यम से पुनः फलने-फूलने का।

49.मैत्रेयी पुष्पा

●इदन्नमम- बुंदेलखंड के परिवेश एवं ग्रामीण समाज का जीवंत चित्रण है। बुंदेलखंड की जुझारू स्त्रियों का संघर्ष भी उपन्यास में चित्रित है।

●’चाक’ और ‘झूला नट’ में कृषि से संलग्न जाट समुदाय के जीवन का चित्रण है।

●अल्मा कबूतरी- बुंदेलखंड में बसने वाली कबूतरा जाति के जीवन संघर्ष का चित्रण है। उपन्यास में जयराम पेशा में संलग्न कबूतरा जाति तथा तथाकथित रूप से समाज में सभ्य कही जाने वाली ‘कज्जा’ जाति के मध्य संघर्ष, पीड़ा व अपमान का चित्रण है।

50.चित्रा मुद्गल

●एक जमीन अपनी- उपन्यास में बंबई के महानगरीय परिवेश मे विज्ञापन जगत् के ग्लैमर, मूल्यहीन प्रतियोगिता के मध्य स्त्री स्वातंत्र्य एवं स्त्री पहचान का विषय उठाया गया है।

●आवा- बंबई के मज़दूर संगठनों के संघर्ष का चित्रण है। उपन्यास में मजदूर संगठनों की शक्ति, संभावनाओं और कमजोरियों का चित्रण है। यह चित्रण ‘नमिता’ नामक युवती की कथा के माध्यम से होता है।

51.अलका सरावगी

●कलि-कथा वाया बाइपास- एक मारवाड़ी परिवार की पाँच पीढ़ियों के जीवन संघर्ष की कथा कही गई है। उपन्यास का समयकाल प्लासी युद्ध (1757 ई.) से लेकर बाबरी मस्जिद ध्वंस (1992) तक का है। इस समयकाल की कई महत्त्वपूर्ण घटनाएँ उपन्यास में चित्रित हुई हैं।