●हिंदी में गद्यकाव्य का प्रवर्तन छायावादी युगीन गद्यकारों में दिखाई देता है।
●गद्यकाव्य का प्रवर्तक ‘रायकृष्ण दास’ को माना जा सकता है।
●रायकृष्ण दास और वियोगी हरि दोनों गद्यकाव्य के लेखक हैं।
हिंदी के प्रमुख गद्यकाव्य (गद्यगीत)
●साधना, संलाप, प्रवाल, प्रवाह, छायापथ – रायकृष्ण दास
●तरंगिणी, अंतर्नाद, भावना प्रार्थना, श्रद्धाकरण – वियोगी हरि
●अंतस्तल, तरंगाग्नि, मरी खाल की हाय – चतुरसेन शास्त्री
●हृदय की हिलोर – वृंदावनलाल वर्मा
●भग्नदूत, चिंता – अज्ञेय
●हिमदास – रामकुमार वर्मा
●शबनम, मौलिक माल, शारदीया दुपहरिया के फूल, वंशीरव, उन्मन, स्पंदन – दिनेश नंदिनी डालमिया
●उजली आग – रामधारी सिंह दिनकर
●साहित्य देवता – माखनलाल चतुर्वेदी